विमल नेगी मौत मामले मे मुख्यमंत्री की अधिकारियों पर पहली सर्जिकल स्ट्राइक

विमल नेगी केस: भ्रष्टाचार पर सख्त सीएम सुक्खू,                      तीन अधिकारियों पर पहली सर्जिकल स्ट्राइक ।

वर्तमान ब्यूरोक्रेसी को साफ संदेश, ‘किसी भी कीमत पर नहीं बक्शे जाएंगे भ्रष्टाचारी

शिमला।  27 मई  ( टीना )हिमाचल प्रदेश में स्वर्गीय विमल नेगी प्रकरण के बाद उभरी प्रशासनिक उथल-पुथल ने आज निर्णायक मोड़ ले लिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार में संलिप्त किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे पद कितना ही बड़ा क्यों न हो।

आज की कार्रवाई अधिकारियों के अपने ‘कारनामों’ का नतीजा

सरकार ने आज अनुशासनहीनता, एकतरफा फैसलों और गंभीर आरोपों के चलते तीन शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की।
एसीएस (गृह) ओंकार चंद शर्मा से सभी विभाग वापिस ले लिए गए।
पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा (DGP) को हटाया गया।

एसपी शिमला संजीव गांधी को भी पद से हटाया गया, और सूत्रों के।मुताबिक उनका निलंबन भी तय माना जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक, विमल नेगी की डायरी में आज हटाए गए एक ऐसे अधिकारी के खिलाफ लेन-देन से जुड़े कुछ उल्लेख सामने आए हैं, जिनकी ईमानदारी की। मिसालें दी जाती थी। वहीं एक अन्य शीर्ष अधिकारी और भाजपा सांसद जिन्होंने पहले भी कांग्रेस में हलचल मचा दी थी, की एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग  और एक कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी का विमल नेगी से मेलजोल जो cctv की फुटेज में सामने आने की खबरे भी है  जांच एजेंसियों के हाथ लगी है, जो आने वाले दिनों में सामने आ सकती है

पुलिस मगानिदेशक को डायरी दिखाने से मुकरे थे शिमला के पुलिस अधीक्षक  ।

सूचना के अनुसार शिमला एस आई टी प्रमुख संजीव गांधी विमल नेगी के घर से मिली डायरियों को पुलिस महानिदेशक को दिखाने से साफ मुकर गए थे ।

माना जा रहा है कि पहले दिन ही मुख्यमंत्री सुक्खू ने पुलिस अधीक्षक को विमल नेगी मामले मे साफ सुथरी कार्यवाही के निर्देश दिये थे तभी से पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को बहुत गम्भीरता से लिया था और जिस पेन ड्राइव की बात सामने आई थी उसको भी रिकवर करने मे संजीव गांधी पुलिस अधीक्षक शिमला ने एडी चोटी का जोर लगाकर रिकवर करवाया था हालांकि यंहा तक सूचना है कि FSL जुन्गा मे उस पैन ड्राइव को1रिकवर न करने की सिफारिशें पँहुची थी और रिकवर होने के बाद पैन ड्राइव मे लगभग 5000 फाइल मिली है ।

अपुष्ट जानकारी के मुताबिक पुलिस अधीक्षक शिमला नेअब जब मामला CBI के पास है तो फैसला।लिया है कि जो जो साक्ष्य विमल नेगी मौत मामले मे उनके पास है उसको पूरी तरह से CBI को सौपेंगे और अपनी जांच में जो भी दबाव जिन अधिकारीयो और नेताओ ने उनपर बनाया उसका खुलासा भी CBI के पास करेंगे ।

 

 

मुख्यमंत्री सुक्खू ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष हालिया बैठक में भी स्पष्ट कर दिया था कि भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस’ ही उनकी सरकार की नीति है। सूत्र बताते हैं कि इस बैठक में मुख्यमंत्री का रुख बेहद सख्त था, जिसने केंद्र के वरिष्ठ अधिकारियों को भी प्रभावित किया।

सरकार का आज का कदम यह संदेश देता है कि भ्रष्टाचार, अनुशासनहीनता और सत्ता के दुरुपयोग को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा, और सीएम खुद इस मोर्चे पर सख्ती से डटे हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने पिछले कल पत्रकार वार्ता में साफ कहा था कि अधिकारियों की अनुशासनहीनता बिल्कुल बर्दाश्त नही होगी और विमल नेगी मौत मामले मे किसी भी दोषी को बख्शा नही जाएगा और  सी  बी .आई. को इस मामले मे प्रदेश सरकार की तरफ से पूरा सहयोग मिलेगा

Like us share us

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *